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Power of Affirmations for Success and Wealth

Unleashing the Power of Affirmations for Success and Wealth Affirmations are more than just positive statements; they are powerful tools that can transform your mindset and life. Whether you’re seeking success in your career, wealth accumulation, or overall happiness, incorporating affirmations into your daily routine can help you manifest these desires into reality. In this post, we'll explore the most powerful affirmations for success, how to use night affirmations for success, and the best daily practices to maintain a positive mindset. What Are Affirmations? Affirmations are positive statements that are repeated to oneself, often with the intention of influencing the subconscious mind to embrace the desired reality. By repeatedly stating affirmations, you can cultivate a mindset that aligns with your goals and aspirations. The science behind affirmations is rooted in psychology; they work by helping you challenge and overcome self-sabotaging and negative thoughts. The Power of

SSC JE SYLLABUS IN HINDI

 SSC JE SYLLABUS IN HINDI | एसएससी जेई का सिलेबस हिंदी में

आप ssc je syllabus in hindi जानने के लिए इस पोस्ट पर आए हैं। तो बिल्कुल सही जगह हैं आपको इस पोस्ट के माध्यम से ssc je syllabus in hindi  पूरी तरह से बताया जाएगा। और आपका जो भी सवाल है उसका जवाब भी जरूर दिया जाएगा।

कर्मचारी चयन आयोग ( ssc je ) के द्वारा हर साल एसएससी जेई की परीक्षा लगभग कराई जाती है जिसमें भारत के लाखों परीक्षार्थी भाग लेते हैं लेकिन कुछ परीक्षार्थी ही एसएससी जेई की परीक्षा में सफल हो पाते हैं। यदि आप भी ssc-je की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको चाहिए कि इस पोस्ट को अच्छी प्रकार से पढ़ें। तथा ssc je syllabus in hindi में जान ले, ताकि आपको आने वाले परीक्षा में किसी भी प्रकार की समस्या ना हो। और आप भी ssc-je की परीक्षा में अच्छे अंक लाकर सफल हो सके। 

इस लेख में ssc je syllabus in hindi के माध्यम से परीक्षार्थियों को ssc-je से संबंधित सभी सिविल इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के बारे में संक्षिप्त वर्णन किया गया है। जिससे परीक्षार्थियों को उनके ट्रेड के अनुसार सफलता मिल सके।


SSC JE AGE LIMIT - एसएससी जेई के लिए उम्र

SSC je में परीक्षार्थियों की न्यूनतम उम्र सीमा 18 वर्ष रखी गई है और अधिकतम उम्र सीमा 32 वर्ष रखी गई है लेकिन कैटेगरी के अनुसार इसमें छूट भी दी गई है जो नीचे चार्ट में है।                                        
Category Age Relaxation
GENERAL NO RELAXATION
SC/ST 5 Years
OBC 3 Years
PWD CANDIDATE 10 YEARS
PWD OBC CANDIDATE 13 YEARS
PWD SC/ST CANDIDATE 15 YEARS

ssc je syllabus in hindi exam pattern - एसएससी जे सिलेबस इन हिंदी एक्जाम पेटर्न                                                                                                                                          
भर्ती निकाय कर्मचारी चयन आयोग ( SSC )
परीक्षा का नाम जूनियर इंजीनियर परीक्षा
लेख का नाम SSC JE SYLLABUS IN HINDI
परीक्षा का स्तर ऑल इंडिया परीक्षा
परीक्षा का मोड कंप्यूटर बेस्ड ऑनलाइन परीक्षा
परीक्षा की भाषा हिंदी और अंग्रेजी
आधिकारिक वेबसाइट ssc.nic.in
चयन प्रक्रिया paper 1 - कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन परीक्षा, paper 2 - लिखित ऑफलाइन परीक्षा


     
पेपर परीक्षा का प्रकार परीक्षा का तरीका
paper 1 Objective Multiple Type Computer Based Online Test
Paper 2 Written Examination Pen & paper type(Ofline)
जो अभ्यर्थी भूमि लगन और मेहनत से प्रथम परीक्षा को पास कर लेता है। उसको दूसरी परीक्षा के लिए बुलाया जाता है, जिसके बाद परीक्षार्थियों को भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले किसी कार्यालय या उससे संबंधित किसी पीएसयू आदि में नौकरी के लिए लगाया जाता है।

SSC JE SYLLABUS IN HINDI PAPER 1 - एसएससी जेई सिलेबस पेपर 1

परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए एसएससी जेई सिलेबस इन हिंदी में जानने से पहले हम SSC JE paper 1 तथा परीक्षा के अंकन के बारे में जान लेते हैं।
इस परीक्षा में कुल 3 तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं। जिनमें से 2 कॉमन होते हैं तथा एक प्रश्न पत्र संबंधित ट्रेड से होता है जिसमें परीक्षार्थी ने आवेदन किया है।

                  
विषय प्रश्नों की संख्या अंक
1 जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग 50 50
2 जनरल अवेयरनेस50 50
3 PART A - GENERAL ENGINEER ( CIVIL ENGINEERING ), PART B - जनरल इंजीनियर (इलेक्ट्रिक), PART C - जनरल इंजीनियर (मैकेनिकल) 100 100
इन सभी विषयों में से परीक्षार्थियों को चाहिए कि वह अपने मेन विषय में ज्यादा ध्यान दें। जिससे कि वह अधिक अंक अर्जित कर सकें क्योंकि पेपर 100 अंक का होता है। इसलिए 100 में से अच्छे अंक प्राप्त कर किया जा सकता है, क्योंकि परीक्षार्थी के द्वारा इस विषय को लगातार पढ़ा।

SSC JE में आने वाले पद

  • Central Water commission engineer
  • CPWD engineer
  • Department of post इंजीनियर
  • MES इंजीनियर
  • फरक्का बैराज इंजीनियर
  • डायरेक्टर जनरल बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन इंजीनियर
  • सेंट्रल पावर रिसर्च स्टेशन engineer
  • Dte. ऑफ क्वालिटी एस्योरेंस engineer
  • नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन इंजीनियर
उपरोक्त सभी डिपार्टमेंट में जूनियर इंजीनियर की भर्ती एसएससी जेई भर्ती के माध्यम से की जाती है। इसलिए परीक्षार्थियों को कहना चाहता हूं कि उपरोक्त सभी डिपार्टमेंट बहुत ही अच्छे है। जिनमें आप अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। इसलिए आप पूरी लगन और ईमानदारी से मेहनत करें, और इन सभी में से किसी एक डिपार्टमेंट में जूनियर इंजीनियर के पद पर सफलता प्राप्त करें।

Important points

  • SSC je paper 1 परीक्षा पूर्ण रूप से ऑनलाइन परीक्षा होती है।
  • SSC je प्रथम परीक्षा बहुविकल्पीय परीक्षा होती है।
  • यह परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में होती हैं। परीक्षार्थी अपनी सुविधा के अनुसार हिंदी व अंग्रेजी में से किसी एक भाषा को चयन कर सकता है।
  • Paper 1 की परीक्षा में कुल 200 प्रश्न आते हैं, तथा 200 अंक के होते हैं।
  • इस परीक्षा में परीक्षार्थियों को कुल 120 मिनट का समय दिया जाता है।
  • एसएससी जेई की परीक्षा में नकारात्मक अंक का प्रावधान किया गया है जिसमें परीक्षार्थी के द्वारा प्रत्येक गलत उत्तर देने पर उसके सही दिए गए उत्तर के अंकों में से 0.25 अंक काटे जाएंगे।
  • यदि कोई परीक्षार्थी नेत्रहीन है तो उसको इस परीक्षा को देने के लिए 160 मिनट का समय दिया जाता है।
  • इस परीक्षा में आवेदन के लिए परीक्षार्थी की कम से कम उम्र 18 वर्ष की होनी चाहिए।
इन्हें भी देखें
                       SSC CGL IN HINDI
                          UPSC IN HINDI
                           IAS IN HINDI
                  WHAT IS JOB IN HINDI

                     SSC CHSL SYLLABUS IN HINDI 

         SSC STENOGRAPHER SYLLABUS IN HINDI

          SSC MULTITASKING SYLLABUS IN HINDI

SSC JE EXAM PATTERN PAPER 2 | SSC JE परीक्षा पैटर्न प्रश्नपत्र 2

SSC JE paper 2 की परीक्षा पूर्ण रूप से लिखित परीक्षा होती है जो पूर्ण रूप से ऑफलाइन परीक्षा होती है। इस परीक्षा में परीक्षार्थी को पेन और पेपर के माध्यम से परीक्षा देनी होती है जिसमें दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखने होते हैं। जैसा कि आपने अपनी इंटरमीडिएट और ग्रेजुएशन की डिग्री के एग्जाम में लिखा था, कुछ वैसा ही परीक्षा ssc je paper-2 होती है।
इस प्रश्न पत्र में केवल तकनीकी रूप के प्रश्न होते हैं जिनको परीक्षार्थी के द्वारा परीक्षा का आवेदन करते समय चुना जाता है। जिस को पूरा करने के लिए परीक्षार्थी को 2 घंटे का समय दिया जाता है।
ssc je paper 2 में परीक्षार्थियों को PART A ( CIVIL & STRUCTURE ), PART B ( ELECTRICAL ) और PART C ( MECHANICAL ) में से किसी एक सब्जेक्ट में परीक्षा देनी होती है।
Junior Engineer ( civil ) अथवा junior engineer ( Quantity Surveying & Contract ) के लिए जो परीक्षार्थी आवेदन करते हैं। वे परीक्षार्थी ssc paper 1 और ssc paper 2 के Part 2 ( civil & structure ) के प्रश्न पत्रों का उत्तर देना होता है।
Junior Engineer ( Electric ) - जो अभ्यार्थी इसमें आवेदन करते हैं। उन परीक्षार्थियों को ssc je paper 1 और ssc je paper 2 के Part B ( Electric ) के प्रश्न पत्रों को हल करना होता है।
Junior Engineer ( Mechanical ) - जो परीक्षार्थी इसमें आवेदन करते हैं, उन परीक्षार्थियों को ssc je paper 1 और ssc je part c ( Mechanical ) के प्रश्न पत्रों को हल करना होता है।

                      
परीक्षा का प्रकार विषय अंक समय
PART A General Engineer ( civil structure)
PART B Electric 300 120
PART C Mechanical
Important Points ssc paper 2 में कुल 300 अंको की परीक्षा होती है। इस परीक्षा में परीक्षार्थी को परीक्षा देने के लिए कुल 120 मिनट का समय दिया जाता है।

SSC JE SYLLABUS PAPER 1

इस खंड में परीक्षार्थियों को एसएससी जेई सिलेबस का विवरण दिया गया है। जो परीक्षार्थी एसएससी जे की परीक्षा देना चाहता है, वह इस सिलेबस को अच्छी तरह से याद कर ले ताकि उसको आने वाले समय में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
उम्मीदवार ssc je syllabus paper 1 की परीक्षा देने के लिए परीक्षार्थियों को इसके सिलेबस के अनुसार तैयारी करनी चाहिए और जितना हो सके उतना लगातार अभ्यास करना चाहिए तभी परीक्षार्थी इस परीक्षा में सफल हो सकते हैं।।
परीक्षार्थियों को चाहिए कि इस लेख में दिए गए ssc je syllabus in hindi की एसएससी की ऑफिशियल वेबसाइट पर दिए गए सिलेबस से जांच कर ले ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि होने की संभावना ना हो।

SSC JE SYLLABUS PAPER 1 - रिजनिंग

इस प्रश्न पत्र में यह सेक्शन परीक्षार्थियों के लिए बहुत ही आसान सब्जेक्ट है। इसमें यदि कोई परीक्षार्थी प्रतिदिन 1 से 2 घंटे अभ्यास करता है, तो वह इस खंड में बहुत अच्छे नंबर प्राप्त कर सकता है। इसलिए परीक्षार्थी इस सब्जेक्ट में थोड़ा सा समय देकर अच्छे नंबर ला सकते हैं।

  • सादृश्यता - Analog
  • समानताएं - Similarity
  • अंतर - Defference
  • अंतरिक्ष दृश्य - Space scene
  • प्रश्न हल करना - Solving Questions
  • विश्लेषण - Analysis
  • निर्णयन - Decision
  • निर्णय क्षमता - Decision Making
  • दृश्य स्मृति - visual memory
  • विषम - Odd
  • पर्यवेक्षण - Observation
  • संबंध अवधारणाएं - Relationship phrases
  • अंकगणितीय तर्क - Arithmetic Reasoning
  • मौखिक और आकृति वर्गीकरण - Verbal and Analytics
  • अंकगणितीय संख्या श्रृंखला आदि - Arthmetics Number Series
  • इस परीक्षा में अमूर्त विचारों और प्रतीकों और उनके संबंधों, अंकगणितीय गणनाओं और अन्य विश्लेषणात्मक कार्यों से निपटने के उम्मीदवार की क्षमताओं का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किए गए प्रश्न भी शामिल होंगे।

SSC JE SYLLABUS PAPER 1 - सामान्य अध्ययन

परीक्षार्थी इस भाग में लगातार अध्ययन बनाकर रखें क्योंकि यह भाग बहुत बड़ा होता है जिसमें अभ्यर्थियों को चाहिए कि वह लगातार इस में अध्ययन बनाकर रखें।

  1. इतिहास - History
  2. राजनीति - poltics
  3. भूगोल - Geography
  4. अर्थशास्त्र - 
  5. विज्ञान - Science
  6. अर्थशास्त्र - Economic
  7. पर्यावरण - 
  8. खेल - Sport
  9. करंट अफेयर्स - Current Affairs
इस भाग में परीक्षार्थियों को उनके आसपास होने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी है या नहीं इसके बारे में परखा जाता हैं।

इस परीक्षा में वर्तमान में घटित होने वाली घटनाओं के बारे में पूछा जाता है।

किसी भी शिक्षित व्यक्ति से यह अपेक्षा की जाती है कि वह होने वाली विज्ञानिक घटनाओं के बारे में समझता हो।

इस प्रश्न पत्र में भारत के पड़ोसी देशों में होने वाली घटनाओं के बारे में भी पूछा जाता है जिसमें से सांस्कृतिक, भूगोल, आर्थिक दृश्य आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं।

SSC JE SYLLABUS PAPER 1 - अभियांत्रिक संबंधी विषय

इस खंड में परीक्षार्थियों को आवेदन करते समय पूछे गए ऑप्शनल सब्जेक्ट में से सवाल पूछे जाते हैं।

SSC JE SYLLABUS PART A - civil engineering

ssc je syllabus in hindi में पढ़ने के लिए आप को यह जान लेना आवश्यक है कि यह पार्ट सिर्फ उन परीक्षार्थियों के लिए होता है जो आवेदन के समय सिविल इंजीनियरिंग को चुनते हैं।

  1. Building Estimating
  2. Estimating
  3. Costing and Valuation,
  4. Surveying,
  5. Soil Mechanics,
  6. Hydraulics,
  7. Irrigation Engineering,
  8. Transportation Engineering,
  9. Environmental Engineering.
  10. Structural Engineering: Theory of Structures, Concrete Technology, RCC Design, Steel Design.

SSC JE SYLLABUS PART B - ELECTRICAL ENGINEERING

यह सिलेबस उन अभ्यार्थियों के लिए है जो आवेदन के समय इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को चुनते हैं।
  1. Basic concepts
  2. Circuit law,
  3. Magnetic Circuit
  4. AC Fundamentals,
  5. Measurement and Measuring instruments,
  6. Electrical Machines
  7. Fractional Kilowatt Motors and single phase induction Motors
  8. Synchronous Machines
  9. Generation
  10. Transmission and Distribution,
  11. Estimation and Costing
  12. Utilization and Electrical Energy,
  13. Basic Electronics.

SSC JE SYLLABUS PART C - MECHANICAL ENGINEERING

यह भाग उन परीक्षार्थियों के लिए है जो आवेदन के समय मैकेनिकल इंजीनियर को चुनते हैं।

  1. Theory of Machines and Machine Design,
  2. Engineering Mechanics and Strength of Materials,
  3. Properties of Pure Substances,
  4. 1st Law of Thermodynamics,
  5. 2nd Law of Thermodynamics,
  6. Air standard Cycles for IC Engines,
  7. IC Engine Performance,
  8. IC Engines Combustion,
  9. IC Engine Cooling & Lubrication,
  10. Rankine cycle of System,
  11. Boilers,
  12. Classification,
  13. Specification,
  14. Fitting & Accessories,
  15. Air Compressors & their cycles,
  16. Refrigeration cycFluid
  17. Principle of Refrigeration Plant,
  18. Nozzles & Steam Turbines.
  19. Properties & Classification of Fluids,
  20. Fluid Statics,
  21. Measurement of Fluid Pressure,
  22. Fluid kinematics,
  23. Dynamics of Ideal fluids,
  24. Measurement of Flow rate,
  25. basic principles,
  26. Hydraulic Turbines,
  27. Centrifugal Pumps,
  28. Classification of steels.

SSC JE SYLLABUS PAPER 2 PART A

यह सेक्शन परीक्षार्थियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस सेक्शन में परीक्षार्थियों को 300 अंक की परीक्षा देनी होती है। जिसमें परीक्षार्थी अच्छे अंक लाकर मेरिट में आसानी से आ सकते हैं। क्योंकि यहां पर्सनल सब्जेक्ट के रूप में होता है। इसलिए इसमें परीक्षार्थियों को ज्यादा परेशानी नहीं होती है और वह आसानी से प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं।

  1. Civil Engineering :Building Materials :- Physical and Chemical properties, classification, standard tests, uses and manufacture/quarrying of materials e.g. building stones, silicate based materials, cement (Portland), asbestos products, timber and wood based products, laminates, bituminous materials, paints, varnishes.
  2. Estimating, Costing and Valuation: estimate, glossary of technical terms, analysis of rates, methods and unit of measurement, Items of work :– earthwork, Brick work (Modular & Traditional bricks), RCC work, Shuttering, Timber work, Painting, Flooring, Plastering. Boundary wall, Brick building, Water Tank, Septic tank, Bar bending schedule, Centre line method, Mid-section formula, Trapezodial formula, Simpson’s rule. Cost estimate of Septic tank, flexible pavements, Tube well, isolates and combined footings, Steel Truss, Piles and pile-caps. Valuation – Value and cost, scrap value, salvage value, assessed value, sinking fund, depreciation and obsolescence, methods of valuation.
  3. Surveying:- Principles of surveying, measurement of distance, chain surveying, working of prismatic compass, compass traversing, bearings, local attraction, plane table surveying, theodolite traversing, adjustment of theodolite, Levelling, Definition of terms used in levelling, contouring, curvature and refraction corrections, temporary and permanent adjustments of dumpy level, methods of contouring, uses of contour map, tachometric survey, curve setting, earth work calculation, advanced surveying equipment.
  4. Soil Mechanics:- Origin of soil, phase diagram, Definitions-void ratio, porosity, degree of saturation, water content, specific gravity of soil grains, unit weights, density index and interrelationship of different parameters, Grain size distribution curves and their uses. Index properties of soils, Atterberg’s limits, ISI soil classification and plasticity chart. Permeability of soil, coefficient of permeability, determination of coefficient of permeability, Unconfined and confined aquifers, effective stress, quick sand, consolidation of soils, Principles of consolidation, degree of consolidation, pre-consolidation pressure, normally consolidated soil, e-log p curve, computation of ultimate settlement. Shear strength of soils, direct shear test, Vane shear test, Triaxial test. Soil compaction, Laboratory compaction test, Maximum dry density and optimum moisture content, earth pressure theories, active and passive earth pressures, Bearing capacity of soils, plate load test, standard penetration test.
  5. Hydraulics:- Fluid properties, hydrostatics, measurements of flow, Bernoulli’s theorem and its application, flow through pipes, flow in open channels, weirs, flumes, spillways, pumps and turbines.
  6. Irrigation Engineering:- Definition, necessity, benefits, effects of irrigation, types and methods of irrigation, Hydrology – Measurement of rainfall, run off coefficient, rain gauge, losses from precipitation – evaporation, infiltration, etc. Water requirement of crops, duty, delta and base period, Kharif and Rabi Crops, Command area, Time factor, Crop ratio, Overlap allowance, Irrigation efficiencies. Different type of canals, types of canal irrigation, loss of water in canals. Canal lining – types and advantages. Shallow and deep to wells, yield from a well. Weir and barrage, Failure of weirs and permeable foundation, Slit and Scour, Kennedy’s theory of critical velocity. Lacey’s theory of uniform flow. Definition of flood, causes and effects, methods of flood control, water logging, preventive measure. Land reclamation, Characteristics of affecting fertility of soils, purposes, methods, description of land and reclamation processes. Major irrigation projects in India.
  7. Transportation Engineering: Highway Engineering :– cross sectional elements, geometric design, types of pavements, pavement materials – aggregates and bitumen, different tests, Design of flexible and rigid pavements – Water Bound Macadam (WBM) and Wet Mix Macadam (WMM), Gravel Road, Bituminous construction, Rigid pavement joint, pavement maintenance, Highway drainage, Railway Engineering- Components of permanent way – sleepers, ballast, fixtures and fastening, track geometry, points and crossings, track junction, stations and yards. Traffic Engineering – Different traffic survey, speed-flow-density and their interrelationships, intersections and interchanges, traffic signals, traffic operation, traffic signs and markings, road safety.
  8. Environmental Engineering:- Quality of water, source of water supply, purification of water, distribution of water, need of sanitation, sewerage systems, circular sewer, oval sewer, sewer appurtenances, sewage treatments. Surface water drainage. Solid waste management – types, effects, engineered management system. Air pollution – pollutants, causes, effects, control. Noise pollution – cause, health effects, control.

Engineering Structure

  1. Theory of structures:- Elasticity constants, types of beams – determinate and indeterminate, bending moment and shear force diagrams of simply supported, cantilever and over hanging beams. Moment of area and moment of inertia for rectangular & circular sections, bending moment and shear stress for tee, channel and compound sections, chimneys, dams and retaining walls, eccentric loads, slope deflection of simply supported and cantilever beams, critical load and columns, Torsion of circular section.
  2. Concrete Technology:- Properties, Advantages and uses of concrete, cement aggregates, importance of water quality, water cement ratio, workability, mix design, storage, batching, mixing, placement, compaction, finishing and curing of concrete, quality control of concrete, hot weather and cold weather concreting, repair and maintenance of concrete structures.
  3. RCC Design:- RCC beams-flexural strength, shear strength, bond strength, design of singly reinforced and double reinforced beams, cantilever beams. T-beams, lintels. One way and two way 12 slabs, isolated footings. Reinforced brick works, columns, staircases, retaining wall, water tanks (RCC design questions may be based on both Limit State and Working Stress methods). Steel Design: Steel design and construction of steel columns, beams roof trusses plate girders.

SSC JE SYLLABUS PART 2 - ELECTRIC ENGINEERING

यह सिलेबस उन परीक्षार्थियों के लिए है जो परीक्षार्थी आवेदन के समय इलेक्ट्रिक इंजीनियर को चुनते हैं तथा इस में आने वाले प्रश्नों को हल करने के लिए कहते हैं।
  1. Basic concepts :- Concepts of resistance, inductance, capacitance, and various factors affecting them. Concepts of current, voltage, power, energy and their units.
  2. Circuit law :- Kirchhoff’s law, Simple Circuit solution using network theorems.
  3. Magnetic Circuit:- Concepts of flux, mmf, reluctance, Different kinds of magnetic materials, Magnetic calculations for conductors of different configuration e.g. straight, circular, solenoidal, etc. Electromagnetic induction, self and mutual induction.
  4. AC Fundamentals:- Instantaneous, peak, R.M.S. and average values of alternating waves, Representation of sinusoidal wave form, simple series and parallel AC Circuits consisting of R.L. and C, Resonance, Tank Circuit. Poly Phase system – star and delta connection, 3 phase power, DC and sinusoidal response of R-Land R-C circuit.
  5. Measurement and measuring instruments:- Measurement of power (1 phase and 3 phase, both active and re-active) and energy, 2 wattmeter method of 3 phase power measurement. Measurement of frequency and phase angle. Ammeter and voltmeter (both moving oil and moving iron type), extension of range wattmeter, Multimeters, Megger, Energy meter AC Bridges. Use of CRO, Signal Generator, CT, PT and their uses. Earth Fault detection.

Electric machine

  1. D.C. Machine :– Construction, Basic Principles of D.C. motors and generators, their characteristics, speed control and starting of D.C. Motors. Method of braking motor, Losses and efficiency of D.C. Machines.
  2. 1 phase and 3 phase transformers: – Construction, Principles of operation, equivalent circuit, voltage regulation, O.C. and S.C. Tests, Losses and efficiency. Effect of voltage, frequency and wave form on losses. Parallel operation of 1 phase /3 phase transformers. Auto transformers.
  3. 3 phase induction motors, rotating magnetic field, principle of operation, equivalent circuit, torque-speed characteristics, starting and speed control of 3 phase induction motors. Methods of braking, effect of voltage and frequency variation on torque speed characteristics.
  4. Fractional Kilowatt Motors and Single Phase Induction Motors:- Characteristics and applications.
  5. Synchronous Machines:- Generation of 3-phase e.m.f. armature reaction, voltage regulation, parallel operation of two alternators, synchronizing, control of active and reactive power. Starting and applications of synchronous motors.
  6. Generation, Transmission and Distribution:- Different types of power stations, Load factor, diversity factor, demand factor, cost of generation, inter-connection of power stations. Power factor improvement, various types of tariffs, types of faults, short circuit current for symmetrical faults. Switchgears – rating of circuit breakers, Principles of arc extinction by oil and air, H.R.C. Fuses, Protection against earth leakage / over current, etc. Buchholtz relay, Merz-Price system of protection of generators & transformers, protection of feeders and bus bars. Lightning arresters, various transmission and distribution system, comparison of conductor materials, efficiency of different system. Cable – Different type of cables, cable rating and derating factor.
  7. Estimation and costing:- Estimation of lighting scheme, electric installation of machines and relevant IE rules. Earthing practices and IE Rules.
  8. Utilization of Electrical Energy:- Illumination, Electric heating, Electric welding, Electroplating, Electric drives and motors.
  9. Basic Electronics:- Working of various electronic devices e.g. P N Junction diodes, Transistors (NPN and PNP type), BJT and JFET. Simple circuits using these devices.

SSC JE SYLLABUS PART C - MECHANICAL ENGINEERING

यह भाग उन परीक्षार्थियों के लिए है जो परीक्षार्थी आवेदन के समय मैकेनिकल इंजीनियर को चुनते हैं।
  1. Theory of Machines and Machine Design :- concept of simple machine, Four bar linkage and link motion, Flywheels and fluctuation of energy, Power transmission by belts – V-belts and Flat belts, Clutches – Plate and Conical clutch, Gears – Type of gears, gear profile and gear ratio calculation, Governors – Principles and classification, Riveted joint, Cams, Bearings, Friction in collars and pivots.
  2. Engineering Mechanics and Strength of Materials:- Equilibrium of Forces, Law of motion, Friction, Concepts of stress and strain, Elastic limit and elastic constants, Bending moments and shear force diagram, Stress in composite bars, Torsion of circular shafts, Bucking of columns – Euler’s and Rankin’s theories, Thin walled pressure vessels.
  3. Thermal Engineering:- Properties of Pure Substances : p-v & P-T diagrams of pure substance like H2O, Introduction of steam table with respect to steam generation process; definition of saturation, wet & superheated status. Definition of dryness fraction of steam, degree of superheat of steam. H-s chart of steam (Mollier’s Chart).
  4. 1st Law of Thermodynamics:- Definition of stored energy & internal energy, 1st Law of Thermodynamics of cyclic process, Non Flow Energy Equation, Flow Energy & Definition of Enthalpy, Conditions for Steady State Steady Flow; Steady State Steady Flow Energy Equation. 2 nd Law of Thermodynamics : Definition of Sink, Source Reservoir of Heat, Heat Engine, Heat Pump & Refrigerator; Thermal Efficiency of Heat Engines & co-efficient of performance of Refrigerators, Kelvin – Planck & Clausius.
  5. 2nd Law of Thermodynamics:- Absolute or Thermodynamic Scale of temperature, Clausius Integral, Entropy, Entropy change calculation of ideal gas processes. Carnot Cycle & Carnot Efficiency, PMM-2; definition & its impossibility.
  6. Air standard Cycles for IC engines:- Otto cycle; plot on P-V, T-S Planes; Thermal Efficiency, Diesel Cycle; Plot on P-V, T-S planes; Thermal efficiency.
  7. IC Engine Performance:- IC Engine Combustion, IC Engine Cooling & Lubrication.
  8. Rankine cycle of steam:- Simple Rankine cycle plot on P-V, T-S, h-s planes, Rankine cycle efficiency with & without pump work.
  9. Boilers:- Classification; Specification;
  10. Fittings & Accessories :- Fire Tube & Water Tube Boilers.
  11. Air Compressors & their cycles; Refrigeration cycles; Principle of a Refrigeraton Plant; Nozzles & Steam Turbines Fluid Mechanics & Machinery .
  12. Properties & Classification of Fluid :- ideal & real fluids, Newton’s law of viscosity, Newtonian and Non-Newtonian fluids, compressible and incompressible fluids.
  13. Fluid Statics :- Pressure at a point.
  14. Measurement of Fluid Pressure :- Manometers, U-tube, Inclined tube. Fluid Kinematics : Stream line, laminar & turbulent flow, external & internal flow, continuity equation.
  15. Dynamics of ideal fluids :- Bernoulli’s equation, Total head; Velocity head; Pressure head; Application of Bernoulli’s equitation.
  16. Measurement of Flow rate Basic Principles :- Venturimeter, Pilot tube, Orifice meter.
  17. Hydraulic Turbines :- Classifications, Principles.
  18. Centrifugal Pumps :- Classifications, Principles, Performance.

Important point

यह परीक्षा वे परीक्षार्थी देते हैं, जो प्रथम परीक्षा में पास होकर दूसरी परीक्षा के लिए चयनित किए जाते हैं।
यह परीक्षा कुल 300 अंकों की होती है।
इस परीक्षा में परीक्षार्थी को कुल 2 घंटे का समय दिया जाता है।
यह परीक्षा पूर्ण रूप से लिखित परीक्षा होती है जिसे पेन और पेपर की माध्यम से दिया जाता है।
SSC JE FAQs
एसएससी जेई परीक्षा क्या होती है?
यह एक इंजीनियरिंग परीक्षा होती है जिसमें जूनियर इंजीनियर को चुना जाता है इसमें सिविल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियर के लिए परीक्षा कराई जाती है।
एसएससी जेई की परीक्षा में कुल कितने प्रश्न आते हैं।
एसएससी जेई में जो प्रश्न पत्र होते हैं, प्रथम प्रश्न पत्र में कुल 200 प्रश्न आते हैं। तथा द्वितीय प्रश्न पत्र लिखित रूप से होता है तथा या 300 नंबर का होता है।
एसएससी जीडी का सिलेबस क्या है ?
एसएससी जेई के प्रथम प्रश्न पत्र में रिजनिंग और जनरल अवेयरनेस के प्रश्न पूछे जाते हैं। तथा एक टेक्निकल सब्जेक्ट होता है। 
इसके बाद दूसरा एग्जाम होता है जिसमें पूर्ण रूप से टेक्निकल सब्जेक्ट पूछा जाता है।
एसएससी जेई में कितने पेपर होते हैं?
एसएससी जेई में कुल 2 पेपर होते हैं।
एसएससी जे की तैयारी कैसे करें ? 
एसएससी जेई की तैयारी करने के लिए परीक्षार्थी को ऑनलाइन हुआ ऑफलाइन माध्यम का उपयोग करना चाहिए।
एसएससी जेई कैसे क्रैक करें ?
एसएससी जेई परीक्षा को पास करने के लिए परीक्षार्थी को एक नियमित टाइम टेबल बनाना होगा और उसी टाइम टेबल के अनुसार लगातार अपनी तैयारी करनी होगी जिससे परीक्षार्थी ssc-je की परीक्षा को आसानी से क्रैक सके। तथा अपने आसपास के किसी कोचिंग संस्थान या किसी ऑनलाइन सोर्स का उपयोग करना चाहिए।

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  ssc gd kya hai | ssc gd full form | ssc gd की जानकारी |  SSC GD Exam: A Comprehensive Guide यदि आप ssc gd kya hai है, या ssc gd full form जानने के लिए इस पेज पर आए हैं। तो आप बिल्कुल सही पेज पर आएं इस पोस्ट के माध्यम से आपको ssc gd की संपूर्ण जानकारी दी जाएगी। इसलिए इस पोस्ट को आप ध्यानपूर्वक पढ़ें जिससे आपको आगामी आने वाले ssc gd latest job के बारे में मालूम चले तथा इससे संबंधित जो भी प्रक्रिया है। उसकी भी आपको संपूर्ण जानकारी मिल सके। ssc gd का एग्जाम एसएससी के द्वारा कराया जाता है जो कि राष्ट्रीय स्तर पर होता है। तथा इसमें केंद्रीय कांस्टेबल पद के लिए भर्ती कराई जाती है। जिसमें भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले कॉन्स्टेबल पद होते हैं जैसे CISF, BSF, NIA, CRPF, SSB, ITBP, SSF और असम राइफल्स के अंतर्गत भर्ती करवाई जाती है। इस परीक्षा को देने से पहले आपको ssc gd की संपूर्ण जानकारी होना चाहिए जिससे आपके अंदर घुसने वाली महत्वकांक्षी कि मैं भारत देश की सेवा कर सकूं और उसकी रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहूं इसके लिए आपकी इस पोस्ट में संपूर्ण मदद की जाएगी। इस पोस्ट के अंतर्गत ssc gd के बारे में

Nrega Bihar

NREGA BIHAR - नरेगा बिहार Nrega Bihar की बात की जाए तो इसकी शुरुआत 7 सितंबर 2005 में की गई थी। जिसके अंतर्गत उन ग्रामीण परिवारों को 100 दिन का रोजगार देने की बात कही गई थी। इसके बाद 2 फरवरी 2006 को नरेगा को भारत के 200 जिलों में लागू किया गया था। जिसे शुरू में राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (  Nrega  ) के तहत जाना जाता था। इसके बाद 2 अक्टूबर 2009 को इसका नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (  Nrega  ) कर दिया गया। जो गरीब परिवार काम करने के इच्छुक हो। इस योजना के तहत ग्रामीण गरीब परिवारों को उनके आसपास के परिवेश में ही रोजगार देने का प्रावधान किया गया है। भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जाती है। लेकिन कहीं ना कहीं Nrega Bihar योजना उन गरीबों के लिए बहुत ही कार्य है। जो गरीब कहीं दूर परदेश में कमाने में सक्षम नहीं है। क्योंकि Nrega Bihar  के माध्यम से ग्रामीण गरीब परिवारों को उसके आसपास ही कोई न कोई कार्य करने के लिए दिया जाता है। बिहार की मौजूदा स्थिति जिस प्रकार की है, उस स्थिति को देखकर Nrega Bihar  के लिए इतना लाभकारी है

Nrega Rajasthan

NREGA RAJASTHAN | राजस्थान नरेगा आप यदि राजस्थान के निवासी हैं, और राजस्थान में ही कोई काम ढूंढ रहे हैं। तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही सही है क्योंकि जो लोग राजस्थान में रहकर ही कोई काम ढूंढ रहे हैं। उनके लिए ही बनाया गया है, तो आप Nrega rajasthan पोस्ट को पूरी तरह से पढ़ कर और समझ कर अपना काम ढूंढ सकते हैं। भारत सरकार के द्वारा Nrega rajasthan कार्यक्रम का आयोजन उन गरीब परिवारों के लिए किया गया है, जो ग्रामीण गरीब परिवार कहीं बाहर जाकर काम की तलाश नहीं कर सकते हैं।  महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना की शुरुआत 2005 में की गई थी जिसमें यह कहा गया था। कि उन सभी गरीब ग्रामीण परिवार जो काम करने की इच्छुक है उन्हें रोजगार उपलब्ध कराना ही सर्वप्रथम कार्य होगा। Nrega rajasthan के अंतर्गत राजस्थान के उन सभी ग्रामीण गरीब परिवारों को 100 दिन का रोजगार देने की गारंटी दी जाती है जिससे वे परिवार अपने परिवार का अच्छी तरह से भरण-पोषण कर सकें। और किसी भी प्रकार की आर्थिक तंगी का सामना ना करना पड़े। Nrega rajasthan के अंतर्गत राजस्थान की सरकार उन सभी गरीब परिवार और बीपीएल कार्ड धारकों को जॉब क

SSC Full Form In Hindi and English

SSC Full Form In Hindi and English: एसएससी का फुल फॉर्म हिंदी और इंग्लिश  यदि आप ssc की तैयारी के बारे में सोच रहे हैं। तो जाहिर सी बात है आपने भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन या किसी स्कूल से 10th या 12th पास कर लिया होगा। तो मैं आपको बताता चलूं कि आप यदि ssc की तैयारी करना चाहते हैं। तो आप नीचे दिए गए लेख का अध्ययन अच्छी तरह से कर ले, ताकि आपको आने वाले भविष्य में ना तो इसकी तैयारी में किसी प्रकार की समस्या हो और ना ही इसका क्या प्रोसेस है इसके बारे में आप का कोई सवाल बचे तो आप इस लेख को पूरा पढ़ें। इससे पहले कि हम एसएससी सिलेक्शन का क्या प्रोसेस है इसके बारे में जाने इससे पहले आपको ssc ka itihas भी जानना आवश्यक है क्योंकि इससे संबंधित हो सकता है। कि इंटरव्यू में सवाल पूछे जाएं। जॉब की तैयारी कैसे करें इसके लिए यहां क्लिक करें। एसएससी का इतिहास - ssc history यदि एसएससी का इतिहास की बात की जाए तो एसएससी का इतिहास काफी पुराना है।  जिसकी स्थापना 4 नवंबर 1975 को की गई थी। जिसको अभी तक 48 साल हो गए हैं। और इस मध्यकाल में एसएससी के द्वारा बहुत सी नियुक्ति

ssc gd syllabus in hindi

 SSC GD Syllabus In Hindi 2024 : एग्जाम से पहले जाने एसएससी जीडी सिलेबस हिंदी में SSC GD Syllabus In Hindi : एसएससी ( ssc ) के द्वारा लगभग प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाने वाली ssc gd syllabus in hindi me जानना बहुत आवश्यक है। क्योंकि परीक्षार्थी को जब तक किसी भी एग्जाम का पूर्ण रूप से सिलेबस और उसके बारे में होने वाली अन्य परीक्षाओं का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए। तभी वह परीक्षार्थी पूर्ण रूप से उस ssc gd exam की तैयारी अच्छे से और लगन शील होकर कर सकता है। एसएससी जीडी के अंतर्गत BSF, NIA, ITBP, SSF, CISF, CRPF, SSB के पदों पर कॉन्स्टेबल की भर्ती कराई जाती है। पूरे भारत के अंदर ssc gd exam की तैयारी के लिए लाखों-करोड़ों युवा बहुत ही कड़ी मेहनत करते हैं जिसमें से कुछ युवाओं को पूर्ण रूप से जानकारी ना होने के अभाव में वह कहीं ना कहीं पीछे रह जाते हैं इसलिए आप इस पोस्ट में एसएससी जीडी और ssc gd syllabus in hindi में जान सकते हैं। यदि आप इस पोस्ट पर सिर्फ ssc gd syllabus in hindi में जानने के लिए आए हैं। तो यह बहुत ही सरल और सुगम आर्टिकल है जिससे आपकी निश्चित तौर पर बहुत सी मदद हो जाएगी। जिसे आप

SSC CHSL syllabus in hindi

 SSC CHSL SYLLABUS IN HINDI | एसएससी सीएचएसएल सिलेबस हिंदी में एसएससी के द्वारा लगभग प्रत्येक वर्ष  ssc chsl  की परीक्षा का आयोजन किया जाता है। जिसमें लाखों परीक्षार्थी भाग लेते हैं। लेकिन उन लाखों परीक्षार्थियों में से कुछ भाग्यशाली परीक्षार्थी ही इसमें सफल हो पाते हैं। लेकिन कहा जाए तो भाग्य के साथ कर्म का भी बहुत बड़ा योगदान होता है, क्योंकि जो जितना अच्छा कर्म करता है। उसको उतना अच्छा उसका फल मिलता है। इसीलिए जो जितनी मेहनत करेगा उसके  ssc chsl  में सफल होने के चांस बहुत अधिक होते हैं। तो आपको यह बताना चाहता हूं कि यदि आप  ssc chsl  की तैयारी कर रहे हैं। तो एसएससी सीएचएसएल के सिलेबस के बारे में जानकारी होना बहुत आवश्यक है। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको ssc chsl syllabus in hindi में बताएंगे तथा एसएससी सीएचएसएल से संबंधित अन्य जानकारियां भी देंगे।  एसएससी इस परीक्षा के माध्यम से लोअर डिविजन क्लर्क, डाटा एंट्री ऑपरेटर और पोस्टल असिस्टेंट आदि के पद पर भर्ती करवाती है। इन पदों को पाने की हर एक परीक्षार्थी की बहुत ही जिज्ञासा होती है। लेकिन बिना मेहनत के कुछ नहीं हासिल होता है। इसलिए क

NREGA

 महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 या Mnrega , जिसे पहले राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम या Nrega के रूप में जाना जाता था, एक भारतीय श्रम कानून और सामाजिक सुरक्षा उपाय है जिसका उद्देश्य 'काम के अधिकार' की गारंटी देना है। यह अधिनियम 23 अगस्त 2005 में ग्रामीण विकास मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा संसद में बिल पेश करने के बाद प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार के तहत पारित किया गया था। What is NREGA/ Mnrega - नरेगा / मनरेगा क्या है? Nrega उद्देश्य प्रत्येक परिवार के कम से कम एक सदस्य को जिसके वयस्क सदस्य अकुशल शारीरिक श्रम करने के लिए स्वेच्छा से काम करते हैं, को एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिनों का वेतन रोजगार प्रदान करके ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका सुरक्षा को बढ़ाना है। महिलाओं को mnrega के तहत उपलब्ध कराई गई एक तिहाई नौकरियों की गारंटी दी जाती है।  Mnrega का एक अन्य उद्देश्य टिकाऊ संपत्ति (जैसे सड़कें, नहरें, तालाब और कुएँ) बनाना है। रोजगार एक आवेदक के निवास के 5 किमी के भीतर प्रदान किया जाना है, और न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किया

SSC STENOGRAPHER SYLLABUS IN HINDI

 SSC STENOGRAPHER SYLLABUS IN HINDI | एसएससी स्टेनोग्राफर सिलेबस हिंदी में आप लोग यदि इस पोस्ट पर ssc stenographer syllabus in hindi में जानने के लिए आए हैं। तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। इस पोस्ट के माध्यम से आपको ssc stenographer syllabus in hindi में बहुत ही सरल भाषा में बताया जाएगा। और इसके साथ ही एसएससी स्टेनोग्राफर की तैयारी कैसे करना है। और कैसे आपको सफलता मिल सकती है, इसके बारे में संक्षिप्त रूप से बताया जाएगा क्योंकि आप जानते हैं। कि मौजूदा समय में लाखों परीक्षार्थी इस परीक्षा में सम्मिलित होते हैं, लेकिन उसमें से कुछ भाग्यशाली परीक्षार्थी ही इसमें सिलेक्ट किए जाते हैं। जिसमें यदि सही दिशा निर्देश और सही तैयारी के साथ कोई अभ्यार्थी नहीं परीक्षा देता है, तो वह कहीं ना कहीं असफल ही होगा। इसलिए आपसे निवेदन है, कि आप इस पोस्ट को पूरा पढ़ें और अच्छे से यह समझ ले कि एसएससी स्टेनोग्राफर की तैयारी कैसे करना है, और किन-किन विषयों में आपको पढ़ाई करनी है। SSC STENOGRAPHER SELECTION PROCESS | एसएससी स्टेनोग्राफर का सिलेक्शन प्रोसेस ssc  stenographer selection process की बात की जाए तो

राम मंदिर अयोध्या | Ram mandir Ayodhya

 राम मंदिर अयोध्या | Ram mandir | Ayodhya Temple अयोध्या में राम जी का महत्वपूर्ण मंदिर स्थित है। जो भारत के एक राज्य उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में स्थित है यह हिंदुओं की मान्यताओं के अनुसार बहुत ही महत्वपूर्ण और पूजन मंदिर है, जो पूर्ण रूप से राम भगवान को समर्पित है। हिंदुओं के अनुसार यहां पर राम भगवान का जन्म हुआ था, तथा अयोध्या में राम जी का जन्म हुआ था।  अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण मौजूदा गैर इस्लामिक ढांचे को गिरकर किया गया है।  इससे पहले भारत के सुप्रीम कोर्ट ने  2019 में विवादित भूमि पर मंदिर बनाने का आदेश पारित किया था। जिसमें कहा गया है कि यह भूमि पूर्ण रूप से हिंदुओं की है, तथा इनमें हिंदुओं को राम मंदिर बनाने का अधिकार पूर्ण रूप से है, जिस हिंदू समाज के लोग बहुत ही उत्साहित और गौरवंतित हुए हैं। इसके बाद मुसलमान के लिए अयोध्या में ही दूसरी जगह पर मस्जिद बनाने के लिए अलग से जमीन का आवंटन किया गया था। जिसमें मुस्लिम समाज अपने मस्जिद का निर्माण बिना किसी विवाद के कर सकते हैं। । सुप्रीम कोर्ट ने अपना मंदिर बनाने का आदेश देने से पहले भारतीय पुरातत्व विभाग के साक्ष का हवाला