NREGA BIHAR - नरेगा बिहार
Nrega Bihar की बात की जाए तो इसकी शुरुआत 7 सितंबर 2005 में की गई थी। जिसके अंतर्गत उन ग्रामीण परिवारों को 100 दिन का रोजगार देने की बात कही गई थी। इसके बाद 2 फरवरी 2006 को नरेगा को भारत के 200 जिलों में लागू किया गया था। जिसे शुरू में राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम ( Nrega ) के तहत जाना जाता था। इसके बाद 2 अक्टूबर 2009 को इसका नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम ( Nrega ) कर दिया गया। जो गरीब परिवार काम करने के इच्छुक हो। इस योजना के तहत ग्रामीण गरीब परिवारों को उनके आसपास के परिवेश में ही रोजगार देने का प्रावधान किया गया है।
भारत सरकार के द्वारा ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जाती है। लेकिन कहीं ना कहीं Nrega Bihar योजना उन गरीबों के लिए बहुत ही कार्य है। जो गरीब कहीं दूर परदेश में कमाने में सक्षम नहीं है। क्योंकि Nrega Bihar के माध्यम से ग्रामीण गरीब परिवारों को उसके आसपास ही कोई न कोई कार्य करने के लिए दिया जाता है।
बिहार की मौजूदा स्थिति जिस प्रकार की है, उस स्थिति को देखकर Nrega Bihar के लिए इतना लाभकारी है की मजदूरों के लिए मानव वरदान सा है।
Nrega Bihar के अंतर्गत आने वाले कार्य
Nrega Bihar के अंतर्गत आने वाले वे सभी कार्य हैं, जो काम सरकारी तौर से किसी ग्राम सभा में करनी योग हो। तथा जिसको ग्राम प्रधान या ग्राम सचिव के द्वारा चिन्हित किया गया हो। लेकिन इनमें से कुछ महत्वपूर्ण कार्य निम्नलिखित हैं।
- तालाब खोदना
- आवास निर्माण कार्य
- जल संरक्षण कार्य
- गौशाला निर्माण कार्य
- वृक्षारोपण कार्य
- चक बंद कार्य
- भूमि विकास कार्य
- बाढ़ नियंत्रण कार्य
- लघु सिंचाई कार्य
- ग्रामीण संपर्क मार्ग निर्माण कार्य
- बागवानी कार्य
Nrega Bihar में काम करने के फायदे
Nrega Bihar में काम करने के तो वैसे बहुत से फायदे हैं लेकिन जो महत्वपूर्ण फायदे हैं हम उन पर चर्चा करेंगे तो आप इस खंड में नरेगा कार्य करने के क्या फायदे होते हैं इसके बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
- गरीब ग्रामीण परिवारों को 100 दिन का रोजगार दिया जाता है।
- ग्रामीण गरीब परिवार को नरेगा के माध्यम से उसके आसपास के परिवेश में ही काम दिया जाता है।
- नरेगा में काम करने के बदले सरकार के द्वारा एक निश्चित मजदूरी देने का प्रावधान किया गया है।
- नरेगा में काम करने के बाद जिस भी ग्रामीण की जो भी मजदूरी होती है वह सीधा उसके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
- नरेगा की मजदूरी बैंक खाते में ट्रांसफर होने से किसी भी प्रकार का करप्शन होने की कोई संभावना नहीं होती।
- यदि किसी मजदूर को कोई भी आपातकालीन समस्या हो जाती है। तो विशेष अनुमति लेकर पहले नगद भुगतान लिया जा सकता है।
- यदि कोई मजदूर नरेगा के लिए आवेदन करता है तो उसे 15 दिन के अंदर ही काम मुहैया कराया जाएगा।
- यदि मजदूर को 15 दिन के अंदर कार मुहैया नहीं कराया गया तो इस स्थिति में मजदूर को बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।
- नरेगा में मजदूर अपनी सुविधा के अनुसार काम कर सकता है जिस दिन वह चाहे उस दिन कर सकता है और जिस दिन नहीं चाहता उस दिन वह काम नहीं कर सकता।
- नरेगा में 1 दिन में 6 से लेकर 8 घंटे तक ही काम कराया जा सकता है इससे अधिक काम कराने पर नरेगा में जो भी मजदूर काम करता है वह इसके लिए मना कर सकता है।
Nrega Bihar में काम कैसे होता है
भारत सरकार के अधीन ग्रामीण रोजगार मंत्रालय के माध्यम से नरेगा का संचालन किया जाता है। जिसके अंतर्गत जो भी इच्छुक मजदूर काम करने का इच्छुक हो उसे साल में 100 दिन का कार्य मुहैया कराया जाता है। और यह कार्य उसके 5 किलोमीटर के परिवेश में ही मुहैया करवाया जाता है।
यदि कोई भी मजदूर नरेगा में काम करने के लिए आवेदन करता है। तो उसे ग्राम प्रधान या ग्राम सचिव के द्वारा 15 दिन के अंदर काम मुहैया करवाना है। यदि वह 15 दिन के अंदर काम उपलब्ध नहीं करा पाता है तो आवेदन करता मजदूर बेरोजगारी भत्ते के लिए पात्र होगा।
Nrega Bihar में मौजूदा समय में ₹194 प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी देने का प्रावधान किया गया है। जो भी जॉब कार्ड धारक नरेगा में कार्य करता है उसे इस दर से जितने दिन वह कार्य करता है। उतना पैसा उसके बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है।
पूरे भारत में नरेगा की मजदूरी कितनी है?
भारत में कुल 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में नरेगा की मजदूरी अलग-अलग रखी गई है। जिनमें से कुछ राज्यों की प्रतिदिन की मजदूरी काफी ज्यादा है और कुछ राज्यों की काफी कम प्रतिदिन की मजदूरी है। मौजूदा समय में भारत के हरियाणा राज्य की मजदूरी सबसे ज्यादा है जो ₹309 प्रतिदिन है तथा छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सबसे कम मजदूरी रखी गई है जो प्रतिदिन ₹190 है।
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश | प्रतिदिन मजदूरी |
---|---|
आंध्र प्रदेश | ₹237 |
असम | 213 |
अरुणाचल प्रदेश | ₹205 |
छत्तीसगढ़ | ₹190 |
बिहार | ₹194 |
गुजरात | ₹224 |
हरियाणा | ₹309 |
हिमाचल प्रदेश | ₹198 UR SC/ST 248 |
जम्मू और कश्मीर | ₹204 |
झारखंड | ₹194 |
केरला | ₹294 |
महाराष्ट्र | ₹238 |
कर्नाटका | ₹275 |
मध्य प्रदेश | ₹190 |
मणिपुर | ₹238 |
मेघालय | ₹203 |
मिजोरम | ₹225 |
नागालैंड | ₹205 |
उड़ीसा | ₹207 |
पंजाब | ₹263 |
राजस्थान | ₹220 |
सिक्किम | ₹205 |
Tamilnadu | ₹256 |
त्रिपुरा | ₹205 |
उत्तर प्रदेश | ₹201 |
उत्तराखंड | ₹201 |
पश्चिम बंगाल | ₹204 |
अंडमान और निकोबार | ₹282 |
दादर और नगर हवेली | ₹258 |
दमन और दीव | ₹227 |
लक्ष्यदीप | ₹266 |
Puducherry | ₹256 |
तेलंगाना | ₹237 |
गोवा | ₹280 |
Nrega Bihar में मेट की मजदूरी कितनी होती है
nrega Bihar के अंतर्गत मेट की मजदूरी का कोई अलग से प्रावधान नहीं किया गया है। जो मजदूरी nrega Bihar में करने वाले दूसरे मजदूरों को मिलती है वही मजदूरी नरेगा में काम करने वाले मेट को भी मिलती है। बिहार में यदि नरेगा की मजदूरी की बात की जाए तो सरकार के द्वारा ₹194 प्रतिदिन के हिसाब से दिया जाता है।
nrega Bihar में जॉब कार्ड के लिए कैसे अप्लाई करें
Narega job card को अपने करने के लिए अपने संबंधित ग्राम सभा या ग्राम विकास अधिकारी के माध्यम से जॉब कार्ड बनवा सकते हैं। नरेगा जॉब कार्ड पूर्ण रूप से ऑफलाइन बनता है। जिसकी प्रक्रिया निम्न है।
- Job card बनवाने के लिए ग्रामीणों को सबसे पहले अपने ग्राम सभा के ग्राम प्रधान से संपर्क करना होगा।
- Nrega job card बनवाने के लिए आवेदन करता को यह चाहिए कि उससे संबंधित जो भी डाक्यूमेंट्स हैं उन्हें वह अपने साथ ले जाए।
- उसके बाद जॉब कार्ड से संबंधित सभी जानकारी अपने ग्राम प्रधान को दें।
- इसके बाद ग्राम प्रधान के द्वारा उस उम्मीदवार के सारे डाक्यूमेंट्स और नरेगा जॉब कार्ड का फॉर्म भर कर संबंधित कार्यालय में भेज दिया जाएगा।
- इसके बाद कुछ 15 से 20 दिन के बाद सारी प्रक्रिया खत्म होने के बाद आवेदक का नाम नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट में जोड़ दिया जाएगा।
- आवेदक अपना नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट में नाम ऑनलाइन चेक कर सकता है।
- इसके बाद उम्मीदवार के द्वारा नरेगा जॉब कार्ड वह ऑनलाइन भी डाउनलोड कर सकता है। तथा कार्यालय के द्वारा उस उम्मीदवार के घर एक जॉब कार्ड बनाकर भेजा जाएगा।
Nrega bihar job card बनवाने के लिए डाक्यूमेंट्स
यदि आप नरेगा जॉब कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो इससे संबंधित कुछ महत्वपूर्ण डाक्यूमेंट्स का प्रावधान रखा गया है। जिसे सरकार के द्वारा मान्यता दी गई है यदि आप नरेगा जॉब कार्ड बनवाना चाहते हैं तो आपके पास इन डॉक्यूमेंट का होना बहुत जरूरी है। और यदि यह डॉक्यूमेंट नहीं है। तो आप सबसे पहले इनरोलमेंट्स को बनवा ले उसके बाद ही नरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन करें।
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- राशन कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक अकाउंट
- मोबाइल नंबर
Nrega Bihar job card में लिखी जानकारी
सामान्यता Nrega bihar job card में जॉब कार्ड धारक की संपूर्ण जानकारी होती है। और यदि किसी जॉब कार्ड में यह जानकारी उपलब्ध नहीं है। तो कहीं ना कहीं उस जॉब कार्ड में कभी ना कभी कोई प्रॉब्लम आएगी। इसलिए उम्मीदवार से निवेदन है, कि अपने जॉब कार्ड में इन जानकारियों को जरूर चेक कर ले, जो निम्नलिखित हैं।
- उम्मीदवार का नाम
- उम्मीदवार के पिता का नाम
- जॉब कार्ड संख्या
- पंचायत का नाम
- जिले का नाम
- ग्राम सभा का नाम
- कार्डधारक की जाति
- कार्डधारक की लिंग
- कार्ड धारक की आयु
Nrega Bihar job card online test - नरेगा जॉब कार्ड को ऑनलाइन कैसे चेक करें
यदि कोई उम्मीदवार Nrega bihar job card के आवेदन की सारी प्रक्रिया संपूर्ण कर चुका है। तो वहां कुछ दिन इंतजार करने के बाद अपना जॉब कार्ड ऑनलाइन चेक कर सकता है। जो भी उम्मीदवार नरेगा जॉब कार्ड ऑनलाइन चेक करना चाहता है। वह नीचे दिए गए प्रक्रिया को फॉलो करके अपना जॉब कार्ड आसानी से चेक कर सकता है तथा डाउनलोड कर सकता है।
- उम्मीदवार को चाहिए कि सबसे पहले वाह नरेगा की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाए। Official website https://nrega.nic.in
- जिसके बाद आपके सामने नरेगा का होम पेज खुल जाएगा।
- इस होम पेज पर आपको नरेगा जॉब कार्ड पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपके सामने राज्यों की लिस्ट खुल जाएगी जिसमें से आपको बिहार राज्य चुनना है।
- इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा।
- वहां पर मौजूद सभी जानकारियों को भरे जैसे वित्तीय वर्ष जिला, ग्राम सभा, पंचायत आदि।
- इसके बाद आपके सामने आपके ग्राम पंचायत की नरेगा जॉब कार्ड लिस्ट खुल जाएगी।
- इस लिस्ट में आप अपने नरेगा कार्ड में दिए गए नंबर के अनुसार मिलान कर लें तथा नाम और पिता का नाम भी मिलान अवश्य करें।
- इसमें आप अपने किए गए काम की स्थिति के बारे में भी जानकारी ले सकते हैं।
- यदि आप Nrega bihar job card डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप यहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
- अब आपकी Nrega bihar job card ऑनलाइन चेक करने की संपूर्ण प्रक्रिया संपन्न हो गई है।
Nrega Bihar job card ग्रीवेंस कैसे डालें
जिन उम्मीदवारों का आवेदन करने के बाद भी जॉब कार्ड नहीं यीशु हुआ है उन उम्मीदवारों को ग्रीवेंस का सहारा लेना चाहिए। क्योंकि ग्रीवेंस कैसे डालें, इसके बारे में यदि किसी उम्मीदवार को पूर्ण रूप से मालूम होगा। तो उसका जॉब कार्ड बनने में देरी के कारण या किसी अन्य प्रकार की कोई त्रुटि का कारण वह आसानी से जान सकता है। तो जो भी उम्मीदवार इस प्रक्रिया को पूरा जानना चाहता है। वह नीचे दिए गए कुछ महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिससे आपको बहुत ज्यादा सहायता होगी।
- जो उम्मीदवार Nrega bihar job card के लिए आवेदन कर दिया है पर उसका जॉब कार्ड अभी तक नहीं आया है तो वह इस ग्रीवेंस का सहारा ले सकते हैं।
- आपको Nrega bihar job card की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है।
- ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर ग्रीवेंस वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इसके बाद उम्मीदवार को लॉन्च ग्रीवेंस पर क्लिक करना है। जिसके बाद सामने पूरा स्टेटस खुल जाएगा।
- इस पेज में सभी राज्य की सूची खुल जाएगी लेकिन उम्मीदवार को बिहार राज्य को चुनना है। क्योंकि आप बिहार राज्य के लिए ग्रीवेंस डालना चाहते हैं।
- इसकी बात उम्मीदवार के सामने ग्रीवेंस डालने के लिए पेज खुल जाएगा जिसमें वह लिखित रूप से ग्रीवेंस डाल सकता है।
- इस फॉर्म में जो भी जानकारी मांगी जाती है, उसे उम्मीदवार के द्वारा पूर्ण हुआ सही रूप से भरनी होगी। जानकारी भरने के बाद उम्मीदवार इसे सबमिट कर दे।
- इस तरह से उम्मीदवार का ग्रीवेंस पूर्ण रूप से सम्मिट हो गया है। वह थोड़े दिनों का इंतजार करने के बाद इसकी जानकारी उसे मिल जाएगी।
Nrega Bihar job card FAQs
नरेगा जॉब कार्ड कैसे बनता है?
नरेगा जॉब कार्ड पूर्ण रूप से ऑफलाइन प्रक्रिया होती है। जिसे आप अपने ग्राम सभा के प्रधान तथा ग्राम सचिव के माध्यम से बनवा सकते हैं।
नरेगा जॉब कार्ड कौन बनाता है?
Narega job card बनवाने के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले संबंधित सभी दस्तावेजों को इकट्ठे करने होंगे जो ऊपर दिया गया है। तथा सभी दस्तावेजों को लेकर अपने ग्राम सभा के प्रधान या सचिव से मिलना होगा। वहां से आपको एक नरेगा जॉब कार्ड का फॉर्म दिया जाएगा। जिसे भरकर आप अपने ग्राम प्रधान या सचिव को दे देंगे वह सरकारी कार्यालय में इसे जमा कर देगा, तथा कुछ दिनों के बाद आपका जॉब कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा।
नरेगा में ऑनलाइन फॉर्म कैसे भरें?
Nrega Bihar में ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए उम्मीदवारों को सबसे पहले नरेगा की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। जहां पर उसे डाटा एंट्री का ऑप्शन चुनना होगा तथा उसमें दिए गए सभी विकल्पों को चुनना होगा। इसके बाद आपको अपने बिहार राज्य को चुनना है, तथा आगे की प्रक्रिया के लिए लॉगइन करना है।
जॉब कार्ड पर कितना राशन मिलता है?
जॉब कार्ड पर प्रत्येक परिवार के प्रत्येक सदस्य को 5 किलो राशन के हिसाब से राशन दिया जाता है।
जॉब कार्ड कितने दिन में बन जाता है?
जॉब कार्ड बनने का कोई निश्चित समय निर्धारित नहीं किया गया है। लेकिन सामान्यता देखा गया है कि 15 से 20 दिन में आपका जॉब कार्ड आवेदन करने के बाद बन जाता है।
जॉब कार्ड नंबर कैसे मिल सकता है?
जॉब कार्ड नंबर मिलने का दो माध्यम है:- एक तो आप अपने जॉब कार्ड पर यह नंबर देख सकते हैं। तथा दूसरा आपको नरेगा की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। तथा वहां पर अपना राज्य चुनना होगा। इसके बाद आपको अपना जिला ब्लाक व ग्राम पंचायत चुनना होगा। आपके सामने पूरे ग्राम सभा की जॉब कार्ड लिस्ट खुल जाएगी, जिसमें आप अपना नाम के अनुसार जॉब कार्ड नंबर देख सकते हैं।
नरेगा जॉब कार्ड से क्या फायदे हैं?
नरेगा जॉब कार्ड के माध्यम से गरीब ग्रामीण परिवारों को 100 दिन का रोजगार देने की गारंटी सरकार के द्वारा दी गई है। जिससे ग्रामीणों को सबसे अधिक लाभ होता है। कि वह अपने आसपास के परिवेश में ही काम करके धन अर्जित कर पाते हैं, जिससे उनकी आर्थिक परिस्थिति में काफी सुधार आता है।
मनरेगा में मजदूरी कितनी है?
मनरेगा की मजदूरी का निर्धारण अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग किया गया है। लेकिन नरेगा बिहार कि यदि बात की जाए तो यहां पर प्रतिदिन नरेगा मजदूर को कार्य करने के लिए ₹194 दिया जाता है।
मनरेगा में कितने दिन का रोजगार मिलता है?
मनरेगा में कम से कम 100 दिन का रोजगार देने की गारंटी सरकार के द्वारा दी जाती है। यदि किसी मजदूर को काम के लिए आवेदन करने के 15 दिन के अंदर काम उपलब्ध नहीं कराया गया, तो उस मजदूर को बेरोजगारी भत्ता भी देने का प्रावधान किया गया है।
मनरेगा मेट की कितनी सैलरी है?
मनरेगा मेट की सैलरी का अलग से प्रावधान नहीं किया गया है। मनरेगा मेट को वही सैलरी दी जाती है, जो मनरेगा में काम करने वाले दूसरे मजदूरों को दी जाती है।
सबसे गरीब राशन कार्ड कौन सा होता है?
सबसे ज्यादा गरीब के लिए अंत्योदय राशन कार्ड का प्रावधान किया गया है।
बीपीएल कार्ड का प्रावधान गरीबी रेखा से नीचे आने वाले गरीबों के लिए किया गया है।
जो अंत्योदय और बीपीएल कार्ड के अंतर्गत नहीं आते हैं उन्हें एपीएल कार्ड के अंतर्गत रखा जाता है।
मनरेगा और नरेगा में क्या अंतर है?
Nrega की शुरुआत सन 2005 में हुई थी जिसका संक्षिप्त नाम नेशनल रोजगार गारंटी योजना है। तथा मनरेगा की शुरुआत महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर रखा गया था जिसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2009 से की गई थी। मनरेगा का संक्षिप्त नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना है।
मनरेगा में कितने घंटे काम करना पड़ता है?
सामान्यता Nrega में मजदूरों से 6 से लेकर 8 घंटे तक काम कराया जाता है।
मनरेगा के लिए कौन जिम्मेदार होता है?
मनरेगा के लिए उस गांव का ग्राम प्रधान तथा उस क्षेत्र का ग्राम सचिव जिम्मेदार होता है।
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